इस कविता में जीवन की सच्चाई और रहस्यों को प्रकाशित करने का प्रयत्न किया है, पसंद आये तो अवश्य comment और Share करें, धन्यवाद।
“जीवन का रहस्य“
जीवन है इक कठिन चढ़ाई,
जिसपे चढ़ते जाना है।
जीवन है इक आग का दरिया,
प्रेम का जल बरसाना है।
जीवन है इक दुख का सागर,
सत्य की नाव चलाना है।
जीवन है इच्छाओं की झाड़ी,
संयम से कटवाना है।
जीवन है इक अहम का पत्थर,
सेवा से हनवाना है।
जीवन है इक मेघनाथ,
जिसे लक्ष्मण से मरवाना है।
जीवन है रावण का पुुतला,
राम से शीश कटवाना है।
जीवन है माया का बन्धन,
मोहपाश खुुलवाना है।
जीवन है सुुंदर सी दलदल,
लेट के पार कर जाना है।
जीवन है इक मात्र भुलावा,
सत्य का चेत कराना है।
जीवन है इक झूठा शोर,
इसे अनहद नाद सुनवाना है।
जीवन है मृत्यु का साथी,
जिसे अमर कर जाना है।
जीवन हैै यह अहं बुद्धि,
सतगुरु की बुद्धि अपनाना है।
अहं तोड़कर – मोह छोड़कर,
जीवन का सब सार समझ,
तेरे चरणों में लग जाना है।
हे प्रभु अब दया करो,
दया करो प्रभु दया करो,
मुझे तुझमें ही मिल जाना है।
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Thank you Sahaj
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सुन्दर रचना
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धन्यवाद
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Life is a journey…. Nicely expressed
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Well said my dear
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